Friday, July 31, 2009

दिल्ली मेट्रो के विभिन्न निर्माणाधीन मेट्रो गलियारों में 18 दरारें है?

क्या देल्ही मेट्रो को किसी की नजर लग गयी है जो की एक बाद एक उसे मुसीबत झेलनी पड़ रही है या यह सब काम मैं सावधानी नहीं बरतने का नतीजा है अभी कुछ दिनों पहले जो हदेस हुए थे उसके बाद निरीक्षण के दौरान, दिल्ली मेट्रो इंजीनियरों को तीन विभिन्न निर्माणाधीन मेट्रो गलियारों में १८ pillers दरारों के साथ पाए गए है

2 comments:

  1. दैनिक जीवन में आपने आस पास घटित होने वाली रोज़ मर्रा की घटनाऊ से जन साधारण में में जागरूकता पैदा करने के लिए ये एक उचित मंच है जिसका सटीक प्रयोग आपने किया है उपरोक्त paripekshye mein में कहना चाहूँगा की मेट्रो रेल के स्तंभों में उभरी दरारों के बाद जो कदाम प्रभंदन द्वारा उठाये गए है प्रयाप्त प्रतीत नहीं होते अन्यथा कल मेट्रो रेल की बोगी कीइ पार्टी से उतर जाने की घटना का सामाचार न आता इस प्रकार की घटनाऊ को एक बार गतिक होने पैर भूल मानी जा सकती है परन्तु पुनः किसी और रूप में पुन्रावार्त्ती होना लापरवाही के अतिरिक्त कुछ नहीं है. मेट्रो प्रबंधन को एक निचित समय में निर्माण कार्य पूरा करने का दबाव ओऊ मानवीय जीवन की महत्ता को समजते हुए इन दोनों के बीच संतुलन बनाये रहते हुए आगामी वेर्शों में होने वाले विभिन्न विकास निर्माण कार्यों के लिए एक उधरान प्रस्तुत करना होगा अन्यथा विकास की दिशा में हम एक कदाम आगे बढायेंगे और अपने कुशल युवा जन शक्ति को इस प्रकार की दुर्घटनाओं में खोकर दो क़दम पीछे खड़े हुए पाए जायेगे. दैनिक जीवन में आपने आस पास घटित होने वाली रोज़ मर्रा की घटनाऊ से जन साधारण में में जागरूकता पैदा करने के लिए ये एक उचित मंच है जिसका सटीक प्रयोग आपने किया है उपरोक्त paripekshye mein में कहना चाहूँगा की मेट्रो रेल के स्तंभों में उभरी दरारों के बाद जो कदाम प्रभंदन द्वारा उठाये गए है प्रयाप्त प्रतीत नहीं होते अन्यथा कल मेट्रो रेल की बोगी कीइ पार्टी से उतर जाने की घटना का सामाचार न आता इस प्रकार की घटनाऊ को एक बार गतिक होने पैर भूल मानी जा सकती है परन्तु पुनः किसी और रूप में पुन्रावार्त्ती होना लापरवाही के अतिरिक्त कुछ नहीं है. मेट्रो प्रबंधन को एक निचित समय में निर्माण कार्य पूरा करने का दबाव ओऊ मानवीय जीवन की महत्ता को समजते हुए इन दोनों के बीच संतुलन बनाये रहते हुए आगामी वेर्शों में होने वाले विभिन्न विकास निर्माण कार्यों के लिए एक उधरान प्रस्तुत करना होगा अन्यथा विकास की दिशा में हम एक कदाम आगे बढायेंगे और अपने कुशल युवा जन शक्ति को इस प्रकार की दुर्घटनाओं में खोकर दो क़दम पीछे खड़े हुए पाए जायेगे.

    ReplyDelete